Home Politics …तो क्यों न चुनाव भी खुद ही लड़ ले ?

…तो क्यों न चुनाव भी खुद ही लड़ ले ?

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सरोकार के मंच पर व्यापारियों ने रखीं अपनी समस्या 

सिटी रिपोर्टर, जयपुर। महिलाओं ने एक मंच पर आकर की अर्थव्यवस्था की बात, जयपुर में हुआ अर्थव्यवस्था और आगामी बजट सब्जेक्ट पर महिलाओं का व्यापरियों से अनूठा शो।
व्यापारी ही चन्दा देता है। टेक्स भरता है और उस पर सारी मुसीबत भी खुद ही उठाता है तो क्यों न चुनाव भी खुद ही लड़ ले? व्यवस्था पर यह सवाल बिजनेस मैन किशोर टांक ने उठाए। वहीं व्यापारी और सोशल वर्कर पवन गोयल ने कहा, होटल इंडस्टी में आ रही चुनोतियों को सुधारने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया, कि चैलेंजेज से सीखते हुए सभी को आगे बढ़ना होगा। मौका था अर्थव्यवस्था और आगामी बजट सब्जेक्ट पर हुए सरोकार टू गेदर वी थ्राइव प्रोग्राम का। ये अनूठा प्रोग्राम जयपुर और प्रदेश की महिलाओं की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें गृहिणी और व्यापारी एक मंच पर आए चर्चा की।
इस दौरान इनवेस्टमेंट समिट का क्या फायदा हुआ? व्यापारी सहमा हुआ है। र्स्टाटअप को सहायता और फंड, एमएसएमई की तरफ से अतिरिक्त सहायता, ई-कॉमर्स जैसे सब्जेक्ट सामने आए। सभी टॉपिक ने व्यापारियों के साथ महिलाओं का ध्यान खींचा।
होटल ग्रेंड सफारी में हुए प्रोग्राम में शहर के बड़े-छोटे व्यापारियों ने बजट पर भी एनालिसिसस किया।
सबसे अनूठी बात थी, कि प्रोग्राम ऑर्गनाइजर्स भी महिलाएं थीं, जिन्होंने सब्जेक्ट को प्राथमिकता से उठाया। आचार्य हिमानी शास्त्री ने बताया, चीफ गेस्ट एंजीला जौली ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बात को आगे बढ़ाया।

ये मुद्दे रहे खास:
कार्यक्रम संयोजक आचार्य हिमानी जोली ने बताया कि
इस मौके पर नए सेक्टर के प्रावधान, व्यापारियों को लॉन की सुविधा, आई टी सहायता कक्ष, बैंक सहायता, नए उधोगों की सहायता की संभावना, नीतियों को बढ़ावा देना, साफ-सफाई की व्यवस्था, नाइट क्लब्स पर लगाव जैसे मुद्दे छाए रहे।

इन्होंने लिया चर्चा में हिस्सा:
एंजलीना जौली ने बताया कि किशोर कुमार टांक, नरेंद्र कुमार जैन, पवन गोयल, जगदीश सोमानी, विनय खंडेलवाल, बसंत जैन, जितेंद्र गोयल, डॉ. अरुण अग्रवाल, वीरेंद्र कुमार शर्मा, प्रदीप सैनी, त्रिलोक चंद, सोशल वर्कर रिचा सैनी, एडवोकेट निमिशा गर्ग, सोशल वर्कर आरती शर्मा, राजस्थान दुकानदार महासंघ उपाध्यक्ष नेहा शर्मा, श्वेता पटवा, घनश्याम भार्गव और प्रियंका पटवा आदि ने अपने विचार रखे।

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